'सबसे ख़तरनाक होता है
मुर्दा शांति से भर जाना
तड़प का न होना सब सहन कर जाना
घर से निकलना काम पर
और काम से लौटकर घर जाना
सबसे ख़तरनाक होता है
हमारे सपनों का मर जाना'
ऊपर जो पंक्तियां आपने पढ़ीं वो अवतार सिंह संधू उर्फ 'पाश' की लिखी पंक्तियां हैं और जब-जब दुनिया में सफलताओं और सफल लोगों की बात की जाएगी तब-तब पाश की इन पंक्तियों को याद किया जाएगा। जैसे कि आज हमने जिक्र किया है क्योंकि आज हम आपको सुनाने जा रहे हैं कहानी लॉर्री एल्लिसन की।
लॉर्री का जन्म न्यूयॉर्क में हुआ था। उनकी मां एक ज्यूइश महिला थीं जिनकी शादी भी नहीं हुई थी। लेकिन शायद लॉर्री को इस धरती पर आना ही था सो वो आए। इनके पिता(बायोलॉजिकल फादर) यूएस एयर फोर्स में पायलट थे।
तड़प का न होना सब सहन कर जाना
घर से निकलना काम पर
और काम से लौटकर घर जाना
सबसे ख़तरनाक होता है
हमारे सपनों का मर जाना'
ऊपर जो पंक्तियां आपने पढ़ीं वो अवतार सिंह संधू उर्फ 'पाश' की लिखी पंक्तियां हैं और जब-जब दुनिया में सफलताओं और सफल लोगों की बात की जाएगी तब-तब पाश की इन पंक्तियों को याद किया जाएगा। जैसे कि आज हमने जिक्र किया है क्योंकि आज हम आपको सुनाने जा रहे हैं कहानी लॉर्री एल्लिसन की।
लॉर्री का जन्म न्यूयॉर्क में हुआ था। उनकी मां एक ज्यूइश महिला थीं जिनकी शादी भी नहीं हुई थी। लेकिन शायद लॉर्री को इस धरती पर आना ही था सो वो आए। इनके पिता(बायोलॉजिकल फादर) यूएस एयर फोर्स में पायलट थे।
एल्लिसन की मां एक सिंगल मदर थीं उनके लिए 9 महीने के एक बीमार बच्चे को पालना बेहद ही मुश्किल हो रहा था। उनकी मां ने उन्हें उनके अंकल-आंटी को गोद दे दिया। उनकी आंटी जो अब उनकी मां थीं वो एल्लिसन को प्यार करती थीं जबकि इनके अंकल इसके उलट। बावजूद इसके एल्लिसन का पालन-पोषण उनकी एडोप्टिव मां के साथ ही हुई।
पढ़ने लिखने के मामले में भी एल्लिसन का रिकॉर्ड काफी अच्छा था। लेकिन क्लास अटेंड करने के मामले में उतने ही ढीले। अपने ग्रेजुएशन के दिनों में एल्लिसन ने यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैलिफॉर्निया में ग्रेजुएशन की डिग्री ज्वाइन की थी लेकिन इसे भी इन्होंने 2 साल के बाद ही छोड़ दिया।
बाद में एल्लिसन नें यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो जॉइन कर लिया और यहीं से एक साल की पढ़ाई पूरी की। यहीं पहली बार लैरी का कंप्यूटर डिजाईन से तार्रुफ हुआ। 22 साल की उम्र में साल 1966 में वो कैलिफॉर्निया शिफ्ट हो गए।
11 साल बाद 1977 में एल्लिसन ने दो पार्टनर के साथ मिलकर सॉफ्टवेर डेवलपमेंट लेबोरेट्रीज नाम की कंपनी बनाई। इसे शुरू करने में एल्लिसन को $2000 का खर्च आया। इसके 5 साल बाद 1982 में इस कंपनी का नाम ओरेकल सिस्टम्स कॉरपोरेशन कर दिया गया।
आज की तारीख में एल्लिसन की सेल्स्फोर्स।कॉम, नेटसुइट, क्वार्क बायोटेक्नोलॉजी कॉरपोरेशन और एस्टेक्स फार्मास्युटिकल्स जैसी कंपनियों में स्टेक हैं। सितम्बर, 2011 में एल्लिसन को फोर्ब्स बिल्लेनियर की लिस्ट में दुनिया के 5वें सबसे अमीर आदमी की श्रेणी में रखा गया था। आज भी एल्लिसन $36।5 बिलियन की संपत्ति के साथ अमेरिका के तीसरे सबसे धनी आदमी हैं।
पढ़ने लिखने के मामले में भी एल्लिसन का रिकॉर्ड काफी अच्छा था। लेकिन क्लास अटेंड करने के मामले में उतने ही ढीले। अपने ग्रेजुएशन के दिनों में एल्लिसन ने यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैलिफॉर्निया में ग्रेजुएशन की डिग्री ज्वाइन की थी लेकिन इसे भी इन्होंने 2 साल के बाद ही छोड़ दिया।
बाद में एल्लिसन नें यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो जॉइन कर लिया और यहीं से एक साल की पढ़ाई पूरी की। यहीं पहली बार लैरी का कंप्यूटर डिजाईन से तार्रुफ हुआ। 22 साल की उम्र में साल 1966 में वो कैलिफॉर्निया शिफ्ट हो गए।
11 साल बाद 1977 में एल्लिसन ने दो पार्टनर के साथ मिलकर सॉफ्टवेर डेवलपमेंट लेबोरेट्रीज नाम की कंपनी बनाई। इसे शुरू करने में एल्लिसन को $2000 का खर्च आया। इसके 5 साल बाद 1982 में इस कंपनी का नाम ओरेकल सिस्टम्स कॉरपोरेशन कर दिया गया।
आज की तारीख में एल्लिसन की सेल्स्फोर्स।कॉम, नेटसुइट, क्वार्क बायोटेक्नोलॉजी कॉरपोरेशन और एस्टेक्स फार्मास्युटिकल्स जैसी कंपनियों में स्टेक हैं। सितम्बर, 2011 में एल्लिसन को फोर्ब्स बिल्लेनियर की लिस्ट में दुनिया के 5वें सबसे अमीर आदमी की श्रेणी में रखा गया था। आज भी एल्लिसन $36।5 बिलियन की संपत्ति के साथ अमेरिका के तीसरे सबसे धनी आदमी हैं।
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